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Siraj’s outburst was a surprise, but Australian cricketers are not saints

Siraj’s outburst was a surprise, but Australian cricketers are not saints

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But the same people will cheer if an Aussie quick gives a similar send-off to an English batter during next summer’s Ashes. There were some suggestions in the media that the Australians should get back to being the mongrels they once were. So, do mongrels simply purr, or do they bark, too?

Siraj’s outburst was surprising because if the Indian Premier League has done one thing, apart from making Aussie cricketers and coaches millionaires, it has also taken away to a huge extent the animosity that previously existed in the game.

Make no mistake, as we have seen in the two Test matches so far, the intensity and fierce pride of playing for one’s country has not diminished, but uncouth and ugly behaviour has been almost eradicated. Now it’s mainly the bat and the ball that do the talking, and that’s how it should be. It may no longer be a gentleman’s game, but it is still a hard game played with a hard ball by hard men. And hard men do swear when the going gets hard.

Translation by Supratim Adhikari

भारतीय क्रिकेट के लिए पिछले रविवार का दिन बहुत ही बुरा था.

एक तो एडिलेड में भारतीय पुरुषो की टीम चारो खाने चित हुई और फिर जले पे नमक छिड़कने के लिए ब्रिस्बेन में टीम इंडिया की महिला टीम को बड़ी करारी हार मिली. ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम ने तो रिकॉर्ड स्कोर बनाया ही, और तो और, उसी शाम को संयुक्त अरब अमीरात में हमारी अंडर-19 लड़कों को एशिया कप अंडर-19 टूर्नामेंट में बांग्लादेश जूनियर्स ने आसानी से हरा दिया.

Mohammed Siraj was pumped up in Adelaide.Credit: AP

रोहित शर्मा और टीम इंडिया को अब अपनी किस्मत का पासा पलटना होगा. एडिलेड की हार को भूल कर अब टीम इंडिया को इस तीन टेस्ट की सीरीज को जितने का दृर संकल्प करना होगा.

वैसे तो हर हार से हमें कुछ सिखने को मिलता है, मगर टीम इंडिया की लिए एडिलेड से केवल एक ही आशा की किरण निकली है, और वो है नीतीश कुमार रेड्डी.

पर्थ में हार के बाद आस्ट्रेलियाई टीम का हौसला बढ़ाने के लिए ट्रेविस हेड की बल्लेबाजी और पहली पारी में हेजलवुड की पांच विकेट थे. पर्थ और एडिलेड टेस्ट मैचों के बीच के लंबे अन्तरकाल का भी ऑस्ट्रेलिया ने पूरा उपयोग लिया.

The clash between India’s Mohammed Siraj and Australia’s Travis Head.

The clash between India’s Mohammed Siraj and Australia’s Travis Head.Credit: Seven Network

कैनबरा में ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री के टीम से खेल कर, पर्थ के जीत के बाद जो लय भारत के पास थी, वह खो गई. एडिलेड में उग्रता वापस पाने के लिए टीम इंडिया के लिए एक अच्छी ठोस शुरुआत करना आवश्यक था.

इसके बजाय, पर्थ टेस्ट में शतक बनाने वाले यशस्वी जयसवाल मैच की पहली ही गेंद पर आउट हो गए और इस प्रहार को टीम इंडिया झेल नहीं पायी.

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ख्वाजा और स्मिथ को जल्दी आउट करने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम को एक उचित स्कोर तक सीमित रखने की उम्मीद जगी. लाबुशैन काफी दबाव में तो थे मगर ट्रैविस हेड ने आकर खेल का रुख ही बदल दिया. हेड ने पूरी ताकत से भारतीय आक्रमण को झेला, इससे लाबुशेन का आत्मविश्वास भी बरा और उन्होंने एक बेहतरीन अर्धशतक बनाया.

हेड की विस्फोटक बल्लेबाजी को देख कर दर्शको को मज़ा तो आता है मगर विपक्षी गेंदबाजो के पसीने छूट जाते है. इसी लिए तो, मोहम्मद सिराज छक्का खाने के बाद अगले ही गेंद पे हेड को बोल्ड करने के बाद थोड़े ज्यादा ही उत्साहित हो गए,

अब किसने किसको क्या कहा, इस बात पर तो बहस होती रहेगी. हेड और सिराज के नाम के आगे डिमेरिट अंक अब जुड़ गए है और सिराज पर तो आर्थिक जुर्माना भी लग गया है.

तेज गेंदबाज स्वभाव से ही मैदान पर आक्रामक होते हैं और जब उनका खून खौल जाये तो खुद पर नियंत्रण रखना मुश्किल हो जाता है.

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ऑस्ट्रेलिया के सारे दिग्गज खिलाडी अब सिराज की काफी निंदा कर रहे है. क्यों की आपको तो पता ही है की यह श्रीमान खेल के मैदान में कितने संत थे.

हेड ने एक बेहतरीन शतक लगाया था और वोह एडिलेड का हि लड़का है, तो हो सकता है की ऑस्ट्रेलियाई पब्लिक थोड़ा ज्यादा ही भड़क गयी थी. मगर यह याद रखें की अगर कोई ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ अगले साल किसी अंग्रेजी बल्लेबाज़ को रौब दिखाता है तो यही पब्लिक उसका गुणगान करेगी.

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में कुछ तो यह भी कह रहे है की, उनकी टीम को पुराने दिनो की तरह और आक्रामक होना चाहिए. तो क्या आज के ऑस्ट्रेलियाई खिलाडी मैदान में जंग के लिए उतरेंगे यह हाथो में चुरिया पहनेंगे?

सिराज का गुस्सा और भी हैरान करने वाला था क्योंकि इंडियन प्रीमियर लीग ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों और कोचों को करोड़पति तो बनाया ही है इसके अलावा IPL ने दोनों टीमों के बीच की दुश्मनी को भी काफी हद तक दूर कर दिया है.

आजकल खिलाडी बातो से कम और अपने प्रदर्शन से एक दुसरे का सामना करते है. इस “जेंटलमान‘स गेम’ में अब वोह पुराणी बात तो नहीं रही मगर जूनून अभी भी बरकरार है.

Sunil Gavaskar played 125 Tests for India and scored 10,122 runs. He is commentating on the Border-Gavaskar series for Channel Seven.

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